शैलजा चौहान
शैलजा चौहान की किताब साया डर, प्यार और रहस्य से भरी कहानियों के ज़रिए पाठकों को भीतर छिपे डर और भावनाओं से रूबरू कराती है।on Sep 10, 2025
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शैलजा चौहान बचपन से ही कहानियों की दुनिया में खो जाने की शौक़ीन रही हैं। शब्दों के प्रति यह लगाव धीरे-धीरे एक जुनून में बदल गया और आज लेखन इनके जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है।
हॉरर, रहस्य और मनोवैज्ञानिक कहानियाँ लिखना इन्हें बेहद पसंद है, क्योंकि ये मानती हैं कि इंसान का सबसे बड़ा डर बाहर नहीं, बल्कि उसके भीतर छिपा होता है। उनकी कहानियाँ न सिर्फ़ डराती हैं, बल्कि सोचने पर मजबूर भी करती हैं।
“साया: प्यार, मौत और रहस्यमयी कहानियां” शैलजा की इसी सोच और अनुभव का परिणाम है। इसमें उन्होंने डर, प्यार, अकेलापन और मानवीय भावनाओं को इस तरह पिरोया है कि पाठक खुद को हर कहानी का हिस्सा महसूस करते हैं।
शैलजा का मानना है—
“लेखन मेरे लिए सिर्फ़ अभिव्यक्ति नहीं, बल्कि अपने पाठकों के दिल और दिमाग़ तक पहुँचने का एक पुल है।”
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